प्रेरक विचार
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शनिवार, 18 जनवरी 2014
आप नकारात्मक विचारों के प्रवाह को कैसे रोक सकते हैं?
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नकारात्मक विचार तीन कारणों से होते हैं ● अगर रक्त का प्रवाह सही नहीं है। ● लसीका प्रणाली (lymphatic system) सही नहीं है। ● मल त्याग (bow...
गुरुवार, 11 अप्रैल 2013
दु:ख एवं अशांति
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दु:खी मस्तिष्क दु:ख का व सुखी मस्तिष्क सुख का सृजन करता है। शांत मन शांति का एवं अशांत मन अशांति का सृजन करता है।
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गुरुवार, 9 फ़रवरी 2012
प्रेम को समझो
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आप सचमुच किसी से प्रेम करते हो या प्रेमी के साथ रहना चाहते हो ; तब आप एक दूसरे की उपेक्षा मत करो। इस तरह जियो कि अगला एक नया व्यक्ति है और ह...
37 टिप्पणियां:
आवेश और आत्मबल
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आवेश और क्रोध को वश मेँ कर लेने से शक्ति बढ़ती है; जब ये आवेश वश मेँ आ जाता है तो इसको आत्मबल मेँ बदला जा सकता है;
शनिवार, 17 दिसंबर 2011
जिँदगी
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जिंदगी वैसी नहीँ है, जैसी आप कामना करते है। यह तो वैसी है, जैसा आप इसे बनाते हैँ।
3 टिप्पणियां:
बुधवार, 30 नवंबर 2011
जैसा विचार वैसा कार्य
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मनुष्य के कार्य आमतौर से उसके विचारोँ के परिणाम होते हैँ। यह विचार आन्तरिक विश्वासोँ का परिणाम होते हैँ।
1 टिप्पणी:
मंगलवार, 11 अक्टूबर 2011
आलसी और परिश्रमी
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आलसी मनुष्य अपने लक्ष्य तक कभी नहीँ पहुँच पाता, किँतु कठोर परिश्रम करने वाला, अपने प्रत्येक पल का सार्थक उपयोग करने वाला, कभी भी अभावग्रस्त ...
1 टिप्पणी:
बुधवार, 28 सितंबर 2011
प्रेम और द्वेष
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मैँने प्रेम करने का निश्चय किया है; द्वेष करना तो बहुत बोझिल काम है;
2 टिप्पणियां:
बुधवार, 14 सितंबर 2011
व्यक्तित्व
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बुद्विमान व्यक्तियोँ की प्रंशसा की जाती है; धनवान व्यक्तियोँ से ईर्ष्या की जाती है; बलशाली व्यक्तियोँ से डरा जाता है, लेकिन विश्वास केवल चरि...
2 टिप्पणियां:
सोमवार, 5 सितंबर 2011
दीर्घायु और बूढ़ापा
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इंसान दीर्घायु होने की कामना तो करता है ; मगर बूढ़ा होने से भयभीत रहता है ;
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