प्रेरक विचार
Pages
मुखपृष्ठ
शनिवार, 14 मई 2011
भूत, भविष्य और वर्तमान
जो बीत गया है उसकी परवाह न करेँ,
जो आने वाला है उसका स्वप्न न देखेँ ,
अपना सारा ध्यान वर्तमान पर केन्द्रित करेँ ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
LinkWithin
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें