प्रेरक विचार
Pages
(यहां ले जाएं ...)
मुखपृष्ठ
▼
बुधवार, 17 नवंबर 2010
प्रेम और पवित्रता
जहाँ प्रेम नहीँ, वहाँ शान्ति नहीँ हो सकती।
जहाँ पवित्रता नहीँ, वहाँ प्रेम नहीँ हो सकता।
1 टिप्पणी:
POOJA...
17 नवंबर 2010 को 9:41 am बजे
awesome...
thank you so much...
जवाब दें
हटाएं
उत्तर
जवाब दें
टिप्पणी जोड़ें
ज़्यादा लोड करें...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
awesome...
जवाब देंहटाएंthank you so much...